रानी परी की कहानी लिखी हुई
एक बहुत ही खुशहाल जंगल था उसे जंगल में बहुत सारे जानवर रहते थे और सभी एक दूसरे के साथ अच्छे से रहते थे लेकिन इस जंगल में एक शेर था जिसका नाम शेर खान था शेर खान कभी भी कहीं पर भी किसी भी जानवर को मार कर खा जाता था।
जिसकी वजह से सारे लोग शेर खान से डरते थे शेर खान का एक बहुत ही नजदीकी मित्र था चिता चिता बहुत ही चतुर और चालक था वह शेर खान को हमेशा यह बता दिया करता था कि कौन सा जानवर बहुत मोटा ताजा है और वह कहां मिलेगा इसी की वजह से शेर खान उसे जानवर पर जब्त मार कर उसको खो जाता था और थोड़ी बची हुई हड्डियां चिता को दे देता था।
एक बार गर्मियों के मौसम में बहुत ही तेज धूप पड़ने लगी और जंगल के सारे तालाब सो गए सिर्फ एक तालाब के पूरे जंगल में सिर्फ एक ही तालाब बचा था जो सुखा नहीं था और उसमें अच्छा खासा पानी था।
एक बार जब शेर खान और जीत उसे तालाब में पानी पी रहा था तभी चिता के दिमाग में एक खुराक आती है आइडिया आया और उसने शेर खान से कहा कि यह एक ही तालाब बचा है जिसमें पानी है और अगर सारे जानवरों ने स्थान से पहले दिया तो हमारे लिए पीने के लिए पानी नहीं बचेगा इसीलिए शेरखान ने उससे कहा कि जो जंगल में कह दो कि उसे तालाब से अब कोई पानी नहीं पिएगा और अगर कोई पानी पीता हुआ पकड़ा गया तो मैं उसे कहां डालूंगा।
चीता ने यह जाकर सारे जानवरों से कह दिया कि अगर कोई उसे तालाब से पानी पिएगा तो शेर खान उसे का लगा इसी वजह से सारे जानवर डर गए और कोई पानी पीने के लिए उसे तालाब पर नहीं जाया करता था और इसी वजह से सारे जानवर प्यास से तड़पने लगे।
सभी जानवर जंगल के यह कहने लगे कि अब हमारा क्या होगा तभी हकीकत है हमें इतनी ताकत नहीं है कि हम शेर खान और चीता का सामना कर सके अब हम क्या कर सकते हैं तभी एक बंदर कहता है हमें कोई ना कोई तरकीब तो निकालना ही पड़ेगी इसके लिए और यही कहते-कहते सभी जानवर मायूस होने लगे।
इस जंगल में दो हिरण रहते थे एक हिरण ने दूसरे हिरण से कहा कि अब मैं बिना पानी पिए नहीं रह सकती हूं।
और वह हिरण तालाब पर पानी पीने के लिए गई तालाब पर पानी पीता हुआ उसे चीता ने देख लिया और वह उसके पास आया और उससे कहा तुम्हें मना किया गया था ना इस तालाब से पानी पीने के लिए और उसने उसे हिरण पर झपेटा मारा और उसको मार गिराया।
उसे हिरण का भाई जो वहां आ पहुंचा तो उसने देखा की उसकी बहन मर चुकी है तो वह जोर-जोर से रोने लगा इस तालाब में एक मछली ऊपर आई और उसे कहने लगी तुम रो मत यह देखकर वह हिरण चौक है और कहने लगा तुम बोलने वाली मछली हो तभी वह मछली परी बन गई और उसने कहा मैं रानी परी हूं और मैं तुम्हारा यह सब मामला देखा है।
तभी उसे तुमने कहा कि मेरी बहन हीरोइन को बचा लो तो रानी परी ने कहा कि जिंदगी और मृत्यु हमारे हाथ में नहीं है लेकिन मैं तुम्हारी मदद कर सकती हूं हिरण ने कहा कैसी मदद तभी रानी परी जादू की छड़ी घूमती है और हिरण के ऊपर जादू करती है।
और हिरण से कहती है तुम जो शेर खान के पास और उससे कहो कि चीता की जंगल का राजा बनना चाहता है इसीलिए वह सारे जानवरों से कह रहा है कि मुझे राजा समझो और तुम चिता के पास भी जाओ और उससे कहोगे शेर का खान तुम्हें जल्दी खा लेगा क्योंकि उसे लगता है कि तुम जंगल का राजा बनना चाहते हो।
यह सुनकर हिरण कहता है क्या वह मेरे बात का भरोसा करेंगे, ये सुन कर रानी परी कहेती है मैने तुम्हारे पर अभी अपनी जादुई छड़ी।से जादू किया है।ना इसकी वजह से तुम उन दोनो से जो कुछ भी कहेंगे वो तुम्हारी बात का भरोसा कर लेंगे।
हिरण वैसा ही करता है जैसा रानी परी ने उससे कहा होता है,
वो शेर खान के पास जाता है और उसे कहेता है की चीता पूरे जानवरों से कहे रहा है की तुम मुझे अपना राजा मानो क्योंकि मैं शेर खान को मारने वाला हु।
और चीता के पास जा कर कहेता है की , शेर खान तुम्हे मारने वाला है क्योंकि उसे लगता है कि तुम उसे मारकर जंगल का राजा बन जाओगे ।
अब दोनों भी एक दूसरे के अच्छे दोस्त होने के बाद भी एक दूसरे का गुस्सा करने लगते हैं और एक दूसरे के दुश्मन बन जाते हैं।
और दोनों जंगल में एक जगह मिलते हैं और शेर और चीता आपस में लड़ने लगते हैं लड़ते-लड़ते दोनों भी जख्मी हो जाते हैं और दोनों जख्मी होकर जमीन पर गिर कर मर जाते हैं।
सारे जानवर वहां जमा होती है अब उन्हें बहुत ही अच्छा लग रहा था क्योंकि उन्हें शेर खान और चीता से छुटकारा मिल गया था तभी हीरोइन उन्हें सब कुछ कहता है और रानी परी की बात बताता है।
सारे जानवर तालाब के पास जाती और रानी परी को धन्यवाद कहते हैं, और शेर होकर तालाब का पानी पीते हैं और खुशी-खुशी जंगल में रहते हैं
इसके बाद उन्हें कोई परेशान नहीं करता।
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